पांच वर्षों से लागू नए मोटर वाहन कानून के तहत जुर्माने की राशि में भारी वृद्धि के बावजूद, भारत में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में कमी नहीं आई है।
देश में हर साल चार लाख से अधिक सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, जिनमें हजारों लोग मारे जाते हैं या घायल हो जाते हैं। जुर्माने की बढ़ी हुई राशि का उद्देश्य दुर्घटनाओं को कम करना था, लेकिन यह उद्देश्य अभी तक पूरा नहीं हो सका है।
कानून के तहत, गलत साइड में गाड़ी चलाने, लापरवाही से गाड़ी चलाने और शराब पीकर गाड़ी चलाने पर जुर्माना राशि दस गुना तक बढ़ गई है। इसके बावजूद, सड़कों पर लापरवाही और नियमों की अवहेलना व्यापक रूप से देखी जाती है।
विशेषज्ञों का मानना है कि दुर्घटनाओं को कम करने के लिए केवल जुर्माने की राशि बढ़ाने से ही पर्याप्त नहीं है। सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान, बेहतर सड़क बुनियादी ढांचे और सख्त कानून प्रवर्तन जैसे व्यापक उपायों की आवश्यकता है।