प्रथम प्रयास में बिना किसी कोचिंग के एसएसएफ जीडी में चयन होने पर किया गांव में भव्य स्वागत
खैरथल तिजारा।”कौन कहता है आसमान में छेद नहीं हो सकता एक पत्थर तबियत से उछालो यारो” ये कहावत चरितार्थ की है मुण्डावर उपखण्ड के गांव मोलावास की बेटी हितेश मेघवाल जिसके पिताजी रात्रि जागरण में ढ़ोलक बजाने का कार्य करते हैं। हितेश के चाचा महेश कुमार ने बताया कि हितेश पांच बहनों एवं एक भाई में चौथे नम्बर की है। हितेश की सबसे बड़ी बहन एमए बीएड एवं दूसरी बहन बीएबीएड कर शिक्षक भर्ती की तैयारी कर रही हैं। तीसरे नम्बर की बहन ने बीएससी एवं एएनएम का कोर्स किया है जिसकी ज्वाईनिंग होनी बाकी है।चौथे नम्बर पर हितेश ने प्रथम प्रयास में एसएससी जीडी में सफलता हासिल की है।वहीं पांचवें नम्बर की बहन भी बीएससी कर रही है।बकौल हितेश के यह सफलता एक पिछड़े गरीब मेघवाल परिवार की बेटी के लिए बहुत मायने रखती है जिसके पिताजी ने रात्रि जागरण में ढ़ोलक बजाकर अपने बच्चों की परवरिश की है ।हितेश का सबसे छोटा भाई भी अभी अध्ययनरत है। विदित रहे बेटी हितेश ने बिना किसी कोचिंग के अभावों में सड़क पर दौड़कर अपना फिजिकल टेस्ट पास किया है। हितेश की सफलता पर आज पूरे राठ क्षेत्र में हितेश की मेहनत की चर्चा हो रही है।
आज हितेश के एसएसएफ (सचिवालय सुरक्षा बल) के ज्वाईन कर गांव में आगमन पर मुण्डावर उपखण्ड के गांव मोलावास की हितेश पुत्री सुभाष चंद का साफा पहनाकर व लड्डू बाँटकर स्वागत किया।विदित रहे मोलावास गांव में एसएसएफ में लड़की का पहला चयन है। नवयुवक मण्डल के धाकड़ यादव ने बताया कि गाँव में राजकीय सेवा में चयनित सभी का सम्मान करते रहेंगे। हितेश ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता व कड़ी मेहनत को बताया।हितेश ने कहा कि कोई भी लक्ष्य बड़ा नहीं होता बस उसे हासिल करने का प्रयास ईमानदारीपूर्वक होना चाहिए।इस सम्मान कार्यक्रम में शिक्षाविद् अजीत सिंह व एमसीएमएस सचिव महेश कुमार ने युवाओं को सफलता के लिए प्रेरित किया। इस मौके पर शिवलाल पंच, राजसिंह पंच, सचिन, दीपक, प्रशान्त, अमित, मोहित, विशाल, रोहित, दीपेश, बिट्टू, पुष्पेंद्र, रमन, रितिक, नवीन सहित ग्रामीण मौजूद रहे।