केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री ने ब्लड टेस्टिंग मशीन एवं ब्लॉक प्रोग्राम हेल्थ यूनिट (BPHO) का किया उद्घाटन

किशनगढ़बास में 14 करोड़ की लागत से बने कृषि महाविद्यालय का भव्य लोकार्पण

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कृषि महाविद्यालय भवन का उद्घाटन करते हुए मंत्री भूपेंद्र यादव

किशनगढ़बास में 14 करोड़ की लागत से बने कृषि महाविद्यालय का भव्य लोकार्पण

केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने कृषि आधारित अरोरा पुस्तिका का किया विमोचन

केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री ने ब्लड टेस्टिंग मशीन एवं ब्लॉक प्रोग्राम हेल्थ यूनिट (BPHO) का किया उद्घाटन

खैरथल-तिजारा, 24 दिसंबर। केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री और अलवर सांसद भूपेंद्र यादव ने मंगलवार को किशनगढ़बास में 14 करोड़ रुपये की लागत से बने कृषि महाविद्यालय भवन का भव्य लोकार्पण किया। इस अवसर पर मंत्री ने किसानों और छात्रों के हित में कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं और क्षेत्र में कृषि शिक्षा और अनुसंधान को नई दिशा देने की बात कही। इस दौरान केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव सहित उपस्थित अतिथि गणों ने कृषि आधारित अरोरा पुस्तिका का विमोचन किया।

कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री यादव ने “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत विद्यालय में एडमिशन लेने वाले प्रत्येक छात्र-छात्रा द्वारा एक पेड़ लगाकर उसकी देखभाल करने की अपील की। उन्होंने कहा कि वृक्ष जीवनभर कुछ न कुछ देते हैं और हमें इन्हें संरक्षित करने के लिए प्रेरित होना चाहिए। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने महाविद्यालय में एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत पौधारोपण किया।

निवेश नीति और किसानों के विकास पर जोर

केंद्रीय पर्यावरण मंत्री यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निवेश नीति का जिक्र करते हुए कहा कि देश में कृषि क्षेत्र को मजबूत बनाने की दिशा में अभी भी बहुत काम किया जाना है। उन्होंने उड़ीसा के काले चावल की बढ़ती मांग और इसके उदाहरण से किसानों को फसलों के विविधीकरण पर ध्यान देने की सलाह दी। उन्होंने अपने उद्बोधन के दौरान बताया कि भारत में खाद्यान्न तेल आज भी बड़ी मात्रा में आयात किया जा रहा है उन्होंने देश को खाद्यान्न तेल में आत्मनिर्भर बनाने का आवाह्न किया। उन्होंने कृषि क्षेत्र में भी निवेश को बढ़ाने की दिशा में कार्य करने की बात कही ताकि अधिक से अधिक रोजगार उत्पन्न किया जा सके। उन्होंने फसल बीमा योजना और किसान सम्मान निधि जैसी योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि ये योजनाएं किसानों के जीवन स्तर को सुधारने और उन्हें आर्थिक संबल प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने नेचुरल फार्मिंग को बढ़ावा देते हुए माइक्रो इरिगेशन तथा कम पानी में बेहतर पैदावार प्राप्त करने की दिशा में कार्य करने की बात कही।

कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय वन मंत्री ने एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी जोबनेर के कुलपति बलराज सिंह और कृषि महाविद्यालय के डीन डॉ. एमपी यादव की सराहना की। उन्होंने महाविद्यालय परिसर में गार्डन, रोड, सोलर प्लांट सहित अन्य विकास कार्यों को करवाने की बात भी कही।

राज्य पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री संजय शर्मा ने अपने उद्बोधन में केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा किसानों के जीवन स्तर को सुधारने हेतु किए जा रहे प्रयासों के बारे में अवगत कराते हुए बताया कि भूमि की उर्वरक क्षमता को जांचने हेतु सरकार द्वारा निःशुल्क जांच सुविधा दी जा रही है ताकि किसान मृदा अनुसार उपज बोकर अधिक पैदावार प्राप्त कर सके।

स्वास्थ्य सेवाओं को नई मजबूती

कार्यक्रम से पूर्व केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने खैरथल स्थित सेटेलाइट अस्पताल में 8.5 लाख की ब्लड टेस्टिंग मशीन और 77 लाख की लागत से बनी ब्लॉक प्रोग्राम हेल्थ यूनिट (BPHO) का भी उद्घाटन किया। यह कदम स्थानीय स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूत करेगा। इस दौरान उन्होंने सेटेलाइट हॉस्पिटल का निरीक्षण भी किया तथा वार्ड में उपस्थित मरीज को दी जा रही सुविधाओं का फीडबैक भी लिया।

इस अवसर पर राज्य पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री संजय शर्मा, जिला प्रमुख बलबीर छिल्लर, तिजारा विधायक महंत बालकनाथ, किशनगढ़बास विधायक दीपचंद खैरिया, पूर्व सांसद डॉ. करण सिंह यादव, जोबनेर के श्री कर्ण नरेन्द्र यूनिवर्सिटी के कुलपति बलराज सिंह, कलेक्टर किशोर कुमार, खैरथल एसपी मनीष चौधरी, किशनगढ़बास के बासकृपालनगर एग्रीकल्चर कॉलेज के डीन डॉ. एमपी यादव सहित कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित रहे।

यह महाविद्यालय न केवल किशनगढ़बास क्षेत्र के किसानों और छात्रों के लिए मील का पत्थर साबित होगा, बल्कि यह क्षेत्र की कृषि संभावनाओं को भी नई ऊंचाई पर ले जाएगा।

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