“स्वंयसेवकों को स्वस्थ विचार, संकल्प , साधना के साथ स्वस्थ शतायु जीवन की सिद्धि करनी चाहिए- डॉ पवन सिंह शेखावत”
“विद्यार्थी अपना विकास एकमात्र शिक्षा के माध्यम से ही कर सकता है- सत्यभान यादव”
“स्वंयसेवक एनएसएस के लक्ष्य वाक्य “नोट मी बट यू” से प्रेरणा लेकर अपने गांव, मोहल्ला, शहर और देश को आगे बढ़ावे”- डॉ अशोक आर्य
अलवर। श्री लालदास मंदिर, धौलीदुब में आयोजित हो रहे बाबू शोभाराम राजकीय कला महाविद्यालय, अलवर की राष्ट्रीय सेवा योजना की चारो इकाइयों के सात दिवसीय विशेष शिविर के षष्ठम दिवस को स्वयंसेवकों ने मंदिर परिसर में श्रमदान और व्यायाम कर पोस्टर बनाए। डॉ पवन सिंह शेखावत ने आयुर्वेद प्रकृति परीक्षण पर व्याख्यान दिया।वहीं प्राचार्य डॉ अशोक आर्य और डॉ सत्यभान यादव प्राचार्य वाणिज्य महाविद्यालय ने शिविर का निरीक्षण किया।
विशेष शिविर के षष्टम दिवस को श्री लालदास मंदिर में प्रातः 9 बजे से प्रथम सत्र में स्वंयसेवको ने डॉ महेश गोठवाल और डॉ अनिल यादव के निर्देशन में परेड का अभ्यास और व्यायाम किया तथा मंदिर परिसर में साफ सफाई का कार्य करते हुए श्रमदान किया।
द्वितीय सत्र में राजकीय जिला आयुर्वेद चिकित्सालय बुद्ध विहार अलवर के वरिष्ठ आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ. पवन सिंह शेखावत ने आयुष मंत्रालय द्वारा संचालित “प्रकृति परीक्षण” अभियान की जानकारी देते हुए बताया कि आयुर्वेद प्रकृति परीक्षण की स्वास्थ्य संरक्षण से लेकर रोगोपचार में अहम भूमिका है। डॉ शेखावत ने आयुर्वेद स्वास्थ्य संरक्षण विधियों, आयुर्वेद चिकित्सा द्वारा रोगों का दुष्प्रभाव रहित स्थाई समाधान एवं दीर्घायु जीवन विचार के विषय पर उद्बोधन देते हुए स्वंयसेवकों को उनका खानपान उनकी प्रकृति एवं ऋतु अनुसार करने के लिए प्रेरित करते हुए आयुर्वेद जीवन शैली अपनाने और आमजन को प्रेरित करने का संकल्प दिलाया। डॉ. शेखावत ने कहा राष्ट्रीय सेवा योजना से जुड़े स्वयंसेवकों को स्वस्थ विचार, संकल्प , साधना के साथ स्वस्थ शतायु जीवन की सिद्धि करनी चाहिए। सत्र का संचालन डॉ महेश गोठवाल ने किया।
तृतीय सत्र में प्राचार्य डॉ. अशोक आर्य ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए उन्हें प्रेरित किया कि उन्हें राष्ट्रीय सेवा योजना के लक्ष्य वाक्य “नोट मी बट यू” से प्रेरणा लेकर अपने गांव, मोहल्ला, शहर और देश को आगे बढ़ाने के लिए कार्य करना है साथ ही विशेष शिविर में सीखी हुई बातों को अमल में लाकर अपने अध्ययन को भी आगे बढ़ाकर अपना लक्ष्य हासिल करना है। वाणिज्य महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सत्यभान यादव ने विद्यार्थियों को चहुमुखी सर्वांगीण विकास के बारे में बताया। विद्यार्थी अपना विकास एकमात्र शिक्षा के माध्यम से ही कर सकता है एवं आगे बढ़ सकता है इसलिए अध्ययन पर पूरा फोकस करें। डॉ रणसिंह यादव ने विद्यार्थियों को बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना एक जीवनशैली है जिसे सात दिवस के विशेष शिविर में स्वयंसेवकों के द्वारा पूर्ण अनुशासन के साथ जिया जाता है, जो जीवनपर्यंत काम आने वाले अनेकों संस्कार सिखाकर व्यक्तित्व के विकास में सहायक होती है।इस अवसर पर स्वयंसेवकों प्रियंका कंवर ,अंजलि सैनी, प्रिंस शर्मा, रामजीत मीना और किरोड़ी मीणा ने शिविर के अपने अनुभवों से प्राचार्य को अवगत कराया। सत्र का संचालन डॉ सरोज मीना ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ सुभाष चंद खटीक ने दिया।
इस दौरान कार्यक्रम अधिकारी डॉ सरोज मीणा, डॉ महेश गोठवाल, डॉ अनिल यादव और डॉ सुभाष खटीक के निर्देशन में ज्वलंत विषयों पर स्वंयसेवकों के मध्य पोस्टर बनाओ प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। विशेष शिविर के आयोजन में स्वयं सेवकों अंकित मधुकर, अजय सैनी, पवन सिंह, धीरज, सचिन जांगिड, मोहित जाट, नितिन जांगिड़, प्रियांशी शर्मा, अल्केश, राधिका गुप्ता, अंजली शर्मा, सपराना, प्रिंस शर्मा, संगीता सैन, सोनिया, अंशु नागर, चांदनी, काजल, ज्योति चौहान, जूही सैनी, स्नेहा आदि का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम के समापन पर सभी स्वंयसेवको ने शिविर में सामुहिक भोज का आनन्द लिया।