खैरथल-तिजारा। जिला कलक्टर किशोर कुमार ने तंबाकू मुक्ति उपचार एवं परामर्श सेवाओं को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से आयोजित कार्यशाला का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर जिला कलेक्टर ने कहा कि नई पीढ़ी को तंबाकू से दूर रखने के लिए सामूहिक प्रयास आवश्यक हैं। उन्होंने निर्देश दिया कि प्रत्येक विद्यालय में कोटपा (COTPA) अधिनियम कि पालना सुनिश्चित कि जाए। साथ ही, तंबाकू छोड़ने के इच्छुक व्यक्तियों को तंबाकू मुक्ति केंद्रों तक पहुंचाकर उन्हें बेहतर सेवाएं प्रदान करने का आह्वान किया। इस मौके पर आशा स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लिए गाइडलाइन का विमोचन भी किया गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. अरविंद गेट ने बताया कि तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ द्वारा तंबाकू मुक्ति केंद्रों की स्थापना कर प्रभावी क्रियान्वयन प्रारंभ कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस कार्यशाला का आयोजन SRKPS और स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त तत्वावधान में किया गया है, जिसका उद्देश्य तंबाकू से होने वाले दुष्प्रभावों और इससे जुड़ी बीमारियों के बारे में आमजन को जागरूक करना है। साथ ही, तंबाकू की लत से जूझ रहे मरीजों को हर संभव इलाज उपलब्ध कराना इस पहल का मुख्य उद्देश्य है।
उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूरण मल मीना ने कहा कि तंबाकू मुक्ति केंद्रों को प्रभावी बनाने के लिए टीम भावना से कार्य करने की आवश्यकता है। इस दौरान, डॉ. पुनित चाहर ने तंबाकू मुक्ति केंद्रों के संचालन और आंकड़ों के संग्रहण पर विस्तृत प्रस्तुतीकरण देकर जानकारी साझा की।
SRKPS के प्रतिनिधि राजन चौधरी ने तंबाकू मुक्त खैरथल-तिजारा बनाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कार्यशाला के उद्देश्यों को स्पष्ट किया।
कार्यक्रम के अंत में SRKPS की डॉ. दामिनी और एनटीसीपी के डॉ. ललित ने सभी प्रतिभागियों एवं अधिकारियों का आभार प्रकट किया।